वाय विकार, शुक्रक्षय, वाय पतलापन, शिथिलता, शारीरिक कमजोरी,
तनाव, मधुमेह, अश्वगंधा एवं विधारा
हाई ब्लड प्रेशर, त्वचा रोग आदि रोगों मे लाभकारी।<\/p>\r\n
मुख्य घटक -<\/strong><\/span> उपयोगी विधि -<\/strong><\/span> <\/p>\r\n <\/p>'}))
अश्वगंधा एवं विधारा समान मात्रा में।<\/p>\r\n
वैद्यकीय परामर्श अनुसार |
3 से 6 ग्राम चूर्ण सुबह-शाम दूध या गुनगुने जल
के साथ सेवन करें<\/p>\r\n