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    Shantidhara Ayurvedic Kumarkalyan Ghrut (शांतिधारा आयुर्वेदिक कुमारकल्याण घृत)

    उपयोग विधि 
    3 से 6 ग्राम घृत, गरम दूध में डालकर सुबह शाम पिलवायें। 

    लाभ
    इस घृत के सेवन से बल, वर्ण, रूचि, मेधा, और कान्ति बढ़ती है। दात आने के समय में बच्चोको बिना उपद्रव के दात निकल आते है। जठराग्रि को बढ़ाता है। बालशोष में 3 ग्राम इस घृत में 0.25 ग्राम गोदन्ती भस्म और 0.5 ग्राम सीतोफलादि चूर्ण मिलकर चटनेसे अच्छा लाभ मिलता है। 
     
    मुख्य घटक
    गिर  गौ घतृ, शंखाहुली, बच, ब्राम्ही, कुठ, हरड़, बहेड़ा, मुनक्का, जीवन्ति, जीवक, सरीबन, नागमोथा, पुष्करमूल, बरियार, कचूर, गोखरू, अतीस, धमासा, आदि। 
    *
    ₹ 500.00
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    Delivery date: 5-8 days
    Description
    उपयोग विधि 
    3 से 6 ग्राम घृत, गरम दूध में डालकर सुबह शाम पिलवायें। 

    लाभ
    इस घृत के सेवन से बल, वर्ण, रूचि, मेधा, और कान्ति बढ़ती है। दात आने के समय में बच्चोको बिना उपद्रव के दात निकल आते है। जठराग्रि को बढ़ाता है। बालशोष में 3 ग्राम इस घृत में 0.25 ग्राम गोदन्ती भस्म और 0.5 ग्राम सीतोफलादि चूर्ण मिलकर चटनेसे अच्छा लाभ मिलता है। 
     
    मुख्य घटक
    गिर  गौ घतृ, शंखाहुली, बच, ब्राम्ही, कुठ, हरड़, बहेड़ा, मुनक्का, जीवन्ति, जीवक, सरीबन, नागमोथा, पुष्करमूल, बरियार, कचूर, गोखरू, अतीस, धमासा, आदि।