3 से 6 ग्राम घृत, गरम दूध में डालकर सुबह शाम पिलवायें।
लाभ<\/strong><\/span> इस घृत के सेवन से बल, वर्ण, रूचि, मेधा, और कान्ति बढ़ती है। दात आने के समय में बच्चोको बिना उपद्रव के दात निकल आते है। जठराग्रि को बढ़ाता है। बालशोष में 3 ग्राम इस घृत में 0.25 ग्राम गोदन्ती भस्म और 0.5 ग्राम सीतोफलादि चूर्ण मिलकर चटनेसे अच्छा लाभ मिलता है। <\/div>\r\n