लाभ -
शरीर के विषाक्त पदार्थों से दूर करता है, अल्सर (Non healing Ulcer), कुष्ठ, एक्जिमा, कृमि नाशक एवं पित्त और कफ दोष का शमन करता है। पाण्डु, कामला , यक्ष्मा एवं जीर्णज्वर आदि रोगों में लाभकारी।
मुख्य घटक -
गौघृत, नीम की छाल, पटोलपत्र, कटेरी पंचांग, वासा का पंचांग, गिलोय, हरड़, बहेड़ा, आँवला।
सेवन विधि -
5 ml घृत दिन में 2 बार, खाली पेट मिश्री के साथ चाटकर ऊपर से गाय का दूध पीयें अथवा चिकित्सीय परामर्शानुसार।

વર્ણન
लाभ -
शरीर के विषाक्त पदार्थों से दूर करता है, अल्सर (Non healing Ulcer), कुष्ठ, एक्जिमा, कृमि नाशक एवं पित्त और कफ दोष का शमन करता है। पाण्डु, कामला , यक्ष्मा एवं जीर्णज्वर आदि रोगों में लाभकारी।
मुख्य घटक -
गौघृत, नीम की छाल, पटोलपत्र, कटेरी पंचांग, वासा का पंचांग, गिलोय, हरड़, बहेड़ा, आँवला।
सेवन विधि -
5 ml घृत दिन में 2 बार, खाली पेट मिश्री के साथ चाटकर ऊपर से गाय का दूध पीयें अथवा चिकित्सीय परामर्शानुसार।
