mahavir charno mein vandan, mahavir, mahaveer, mahavir charno
धड़कन इक तेरा नाम जपे वीरा,
तू तो मन मंदिर में मूरत करके बैठ गया,
तेरे दर के सिवा कही और न जाऊं,
सब कुछ तुझ पे ही वार दिया वीरा
हां वंदन वंदन वंदन,
महावीर चरणों में वंदन,
भव भव में चाहे शरण तेरी
हां वंदन वंदन वंदन,
महावीर चरणों में वंदन,
भव भव में चाहे शरण तेरी
आ ... आ ... आ ...
ऐसी है लागी लगन, ऐसी है लागी लगन,
झूमू भक्ति में गीत गाऊं तेरी
ऐसी है लागी लगन, ऐसी है लागी लगन,
झूमू भक्ति में गीत गाऊं तेरी
हां वंदन वंदन वंदन,
महावीर चरणों में वंदन,
भव भव में चाहे शरण तेरी
जिन शासन रखवारा,
लख-लख जन को तारा,
तू है करुणा का दरिया ...
दर पे तेरे जो आता,
जो भी मुरादें लाता,
झोली सबकी भर दिया ...
हां वंदन वंदन वंदन,
महावीर चरणों में वंदन,
भव भव में चाहे शरण तेरी
ऐसी है लागी लगन, ऐसी है लागी लगन,
झूमू भक्ति में गीत गाऊं तेरी
ऐसी है लागी लगन, ऐसी है लागी लगन,
झूमू भक्ति में गीत गाऊं तेरी
करें तेरी आरती भावों से महावीरा,
श्रद्धा फूल से करूं अर्चा ...
अक्षत, कुमकुम आस्था के,
थाल है सजा ...
इक तुम्ही त्राण प्राण हो,
भविजनों का खेवनहारा ...
तेरी भक्ति रस में न्हा के,
भाव है सजा ...
ऐसी है लागी लगन, ऐसी है लागी लगन,
झूमू भक्ति में गीत गाऊं तेरी
झूमू भक्ति में गीत गाऊं तेरी
झूमू भक्ति में गीत गाऊं तेरी
Source - Mahavir Charno Mein Vandan | Darshan Chopra | Muni Anekant