ऊंचा अंबर थी आवोने प्रभुजी (२ बार)दर्शन करवाने तरसे आंखडी (२ बार)रुमजुम-रुमजुम आवोने प्रभुजी (२ बार)राह जोई ने तरसे आंखडी
आज वगडावो वगडावो रूडां शरणायुं ने ढोलहे ... शरणायुं ने ढोल नगारा शरणायुं ने ढोलआज वगडावो ...आज नाचे रे उमंग रंग अंगमां रे लोल, (२ बार)