mahvir sa mujhko, Mahavir sa mujhko banna hai
हालात बड़े ही मुश्किल है, पर हिम्मत में ना हारूँगा
महावीर की संतान हूँ में, फिर बन के शेर दहाडुंगा
तूने मुश्किल हालातों में भी मन में अपने धीर रखा,
इन कर्मा की बदौलत ही, तू वर्धमान महावीर बना,
हाँ मैने अब थाना है, वो युग वापस लाना है,
अंदर का अब वीर जगाना है, जो तूने सिखलाई थी,
वो बातें अपनाना महावीर सा मुझको बन जाना है ...
महावीर तेरी संतानो की, मैने लाख दुआएँ पायी थी,
जब मौत सामने थी मेरे, मैने मोत को आँख दिखाई थी,
तूने कितने उपसर्ग सहे.
तुझे कितनी आचें आयी थी, जब चंडकोशिक ने डंक
किया, तूने दूध की नदी बहाई थी, हाँ मैने अब थाना है ...
हर दर्द मेरा नकलीफ मेरी, मुडो तेरी याद दिलाता है, जब
सोचता हूँ तेरे बारे में, मेरा आँसू तक रो जाता है. ये साँसों
पे अब हक है तेरा, तेरे नाम से खुद को सवारूँगा, ये दाग
नहीं है गर्व मेरा, में फिर से इन्हें निखारूँगा,
हाँ मैने अब थाना है ....