shashan raag, shasan, shasan rag
वीर से है प्यार तो, हर पल ये कहेना चाहिए,
मैं रहु या ना रहु, शासन की एकता चाहिए ..
सिलसिला ये बाद मेरे, यूँ ही चलना चाहिए,
मैं रहु या ना रहु, शासन की एकता चाहिए ..
अहो! जिनशासनम् .. (२)
तारा शासन नो छु प्रेमी सदायनो,
तारा शासन नो हूँ ऋणी सदायनो,
सेवक छु, सैनिक छु, तत्परता आपजो .. (२)
केसरियो रंग, जिनशासन नो आपजो .. (३)
महावीर तेरे जिनशासन की, जो हमने विरासत पाई है,
हा देख प्रभु तेरी संतानो ने, तेरी छवि अपनाई है,
ये बहते अश्को की धारा, बस लेती जाए नाम तेरा,
इन्हें कैसे में समजाउ के है, जैन कहाना गर्व मेरा,
हा हमने अब थाना है, तेरे रंग में रंग जाना है
अंदर का अब वीर जगाना है ..
जो तूने सिखलाई थी, वो बाते अपनाना है,
महावीर सा हमको बनजाना है ..
शासन हमको जान से प्यारा है, सबसे न्यारा शासन हमारा है .. (२)
सदियो से ये जिनशासन दुनिया की शान है,
शासन माँ की रक्षा में जीवन कुरबान है,
शासन हमको जान से प्यारा है, सबसे न्यारा शासन हमारा है ..
वंदे शासनम् .. (२)
जुग जुग सुधि जग हित काजे, जीवो आ जिनशासन,
एना चरणे धरशु अमे आ, तनमन ने नर जीवन,
शासन केरी ज्योति कापे, पाप तणु अंधारु ...
वंदे शासनम् .. (३)
तू ही मेरी मंज़िल है पहचान तुझी से .. (२)
पोहचु मैं जहाँ भी मेरी बुनियाद रहे तू .. (२)
ए शासन शासन मेरे आबाद रहे तू,
मैं जहाँ रहु जहान में याद रहे तू,
ए शासन मेरे शासन .. (२)
जहाँ जीवन के अति गुढ़ रहस्यो का मिलता है ज्ञान,
जो सुख शांति और सद्गति का भी एक मात्र है स्थान,
जहाँ विश्व की सारी समस्याओंको सुलजाना आसान,
करे सर्व दुःख अवसान, जहाँ अमर बने इनसान ..
जिनशासन सबसे महान, जिनशासन जग की शान,
बने शासन मेरा प्राण, माँगु ऐसा वरदान ..
हो .. जिनशासन सोहे, वीर मन मोहे .. (२)
हो .. धजा ऊँचे खेले, हैया चड़े हेले .. (२)
जिनशासन नो रंग मने लाग्यो लाग्यो,
प्रभु वीर नो रंग मने लाग्यो लाग्यो ..
आजे आनंद अंग अंग जाग्यो जाग्यो .. (२)
आजे आंगण गुलाल रंग जाम्यो जाम्यो .. (२)
आजे आनंद अंग अंग जाग्यो जाग्यो .. (४)
Source - Shashan Raag