Library > पच्चक्खाण
शाम के पच्चक्खाण

सूरे उग्गए अब्भत्तट्ठं पच्चक् खाइ (पच्चक् खामि); 
चउव्विहं पि आहारं, असणं, पाणं, खाइमं, साइमं, 
अन्नत्थणाभोगेणं, सहसागारेणं, पारिट्ठावणियागारेणं, 
महत्तरागारेणं, सव्वसमाहि-वत्तियागारेणं, वोसिरई (वोसिरामि).

प्रभात के पच्चक्खाण

उग्गए सूरे नमुक्कार-सहिअं, मुट्ठि-सहिअं पच्चक्खाइ चउव्विहंपि
आहारं-असणं, पाणं, खाइमं, साइमं अन्नत्थणा-भोगेणं,
सहसा-गारेणं, महत्तरा-गारेणं, सव्व-समाहि-वत्तिया-गारेणं
वोसिरइ (वोसिरामि).