Saturday, 28 June, 2025
girnare chali gayo, girnar chali gayo, girnare chali, girnar
रोए चे चाचू कहनारा
तर्स्या तारा प्रेम वहलना
राग साघडू जोई
गिरनारे चली गयो
राग साघडू जोई
गिरनारे चली गयो
गिरनार आ झूमी रहयो
तारा त्यागे डोली रहयो
नेम हेम पंथे
हित आत्म नो साधी गयो
नेम हेम पंथे
हित आत्म नो साधी गयो
कल्याण मित्रों तारा
सच्चने सलाम करता
चे हाय वेदना पन
होंठों मुस्कान भरता
आशीष आपे चे सौ जीने
नमन तारा त्यागने तपने
ब्रह्मचारी तू गिरनारी
मिले मुक्ति जल्दी तुझने
शासन नो तू सेनानी
करे रैवतनि रखवाली
गर्व संघ ने समाज
आपे तुझने शुभ्हत पदवी
शासन नो तू सितारो
सौना हायनो धड़करो
साघडू छोड़िने तू
गिरनारे चली गयो
छोड़ी मौज मस्ती
गिरनारे चली गयो
नेम हेम पंथे
गिरनारे चली गयो
Source - Girnare Chali Gayo | Hitesh Jain Girnari | Paras Gada