Tuesday, 24 June, 2025
He prabhu, he prabhu
हे प्रभु हे प्रभु, खुब चाहुं तने आप दुरे रहो, ऐन फावे मने ...
आंख श्यामल प्रभु, ने गुलाबी गाल छे आभमां वादळा,
एटलुं व्हाल छे नाथ जोवा तने, देवो पण थनगने, आप दुरे रहो ...
तारा होठे प्रभु, स्मित एवु वसे फूल पण जोईने, खुब मीठु
हसे धूप कहे नाथ मने, आप राखो कने, आप दुरे रहो ...
तारा श्वासोनी, सुगंधने माणता अटले फूल, शरमाई राता
थता फूल कहे नाथ अमे, छोड्युं मधुवनने, आप दुरे रहो ...