Thursday, 26 June, 2025
lagani laagi chhe, lagani laagi
लगनी लागी छे, के अगनी जागी छे, तारा मिलननी प्रभु!
पळे पळ झंख्या करूं तने, के लगनी लागे छे ....
घेलु लाग्युं मुजने, हुं क्यारे तुजने भेटुं! तारा पावन खोळे,
मीठी नींदरमा लेटुं! शमणामां, रोज हुं,
रोज हुं निरख्या करूं तने, के लगनी लागी छे ... 1
हळवा हळवा हाले, आ हैयाना धबकारा,
घडीये घडीये दिलमां, वागे तारा भणकारा,
अंतरना, गोखमां, गोखमां कल्प्यां करूं तने,
के लगनी लागी छे ... 2
जाय भले जन्मारो, पण धीरज हूं ना हारु,
मरवानी वेळाए पण तारुं नाम पुकारु,
जीवुं हुं ज्यां सुधी त्यां सुधी, समर्या करूं तने,
के लगनी लागी छे ... 3
Source - Lagni Lagi Chhe