Saturday, 28 June, 2025
shri mahaveer swamini aarti
जय देव जय देव, जय सुखना स्वामी, प्रभु० (२)
तुजने वंदन करीअे, (२) भवभवना भामी. जय देव०१
सिद्धारथना सुत, त्रिशलाना जाया, प्रभु० (२)
जसोदाना छो कंथजी, (२) त्रिभुवन जगराया. जय देव०२
बाळपणामां आप, गया रमवा काजे; प्रभु० (२)
देवताअे दीधो पडछायो,(२) बीवराववा काजे. जय देव०३
अेक वारनुं रूप लीधुं छे नागनुं, प्रभु० (२)
बीजी वारनुं रूप, (२) लीधुं बाळकनुं. जय देव०४
बाळक बीना सहु, पोते नथी बीता, प्रभु० (२)
देवतानुं कांई न चाल्युं, (२) हारी जता रे'ता. जय देव०५
अेवा छे भगवान, महावीर तमे जाणो, प्रभु० (२)
बंदे छे सह तेने, (२) नमे राय राणो. जय देव०६