Friday, 20 June, 2025
taro ne maro samabandh nyaro, taro sathvaro
तारो ने मारो संबंध न्यारो, मने याद आवशे तारो सथवारो...
तारा रूप उपर हु, ओ वारी जाऊ, तारा गुणो थी, अंजाई
जाऊ बस टगर मगर थई, हु जोवु तुझने जाणे आखी
दुनिया, मळी गयी मुझने
डूबते हतो ने, मल्यो चकनारो, मने याद आवशे, तारो
सथवारो...
तारा मिलन नी, जे क्षणों हती आ, मुझ जन्मारा नी, शुभ
पळो हती आ ए क्षणो हृदय मा, कंडारी लीधी मैं, आतम
नी शेरी, शणगारी लीधी मैं वसमो घणो छे, आ वियोग
तारो, मने याद आवशे, तारो सथवारो...
Source - Taro Sathvaro