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जहाँ डाल-डाल पर..
जहाँ डाल-डाल पर..

जिन शासन के उजियारे हो, मणिधारी चन्द्र सूरीश्वर, 

                               दर्शन दो आज दयाकर-२ । 

तेरा साथ है कितना प्यारा...
तेरा साथ है कितना प्यारा...

कुशल नाम है कितना प्यारा, जन-जन की आँखों का तारा। 

शासन का उजियारा, मैं लेता रहूंगा, ये नाम तुम्हारा। 

दादा गुरु दरबार में 
दादा गुरु दरबार में 

आये है आये हैं आज हम आये 

दादा गुरु दरबार में हो ऽऽऽ          आये हैं...

दादा का दरबार 
दादा का दरबार 

कुशल कुशल दातार हैं, भक्तों का आधार हैं 

कोई निराश न जाये एैसा, दादा का दरबार हैं             ॥१॥