सुंदर आ देहरामां सोही रह्या छो,
भविजन ना मन मोही रह्या छो ... (२ वार)
अरजी हवे छे साजना, करवी हवे छे प्रार्थना ...
"आवजो मन मंदिरिये" (४ वार)
Library > देरासर स्तवन
हृदय मंदीरना मारा देव, मे तो तमने मान्या छे, नजरमा हो
भले लाखो, हृदयमा तमने राख्या छे ....
सानिध्य हो भले ना हो, परंतु स्नेह छे साथे, श्रद्धाना सेतुए मने
आप साथे जोडी राख्या छे ... 1
दादा ना देरासर पर उडे रे ध्वजा ...(२)
उडे रे ध्वजा ...उडे रे ध्वजा , एने जोवानी मजा..
फरके छे ध्वजा , एने जोवानी मजा..
दादा ना...दादा ना देरासर पर उडे रे ध्वजा ...
बरसा पारस सुख बरसा,
आंगन आंगन सुख बरसा (2)
चुन चुन कांटे नफरत के,
प्यार अमन के फूल खिला…
तुम से लागी लगन,
ले लो अपनी शरण, पारस प्यारा,
मेटो मेटो जी संकट हमारा
निशदिन तुमको जपूँ
पने जैन धरम की सबसे अनमोल ये घड़ी,
जन्म कल्याणक हैं आया, छाई खुशियां बड़ी..
त्रिशलानंदन राजदुलारा झुले फूलों की लड़ी,
आओ मिलकर हम मनाएं आज मंगल ये घड़ी..
प्रभु वीर ने मुक्ति का पथ दिखाया
पथ को हमने ही पंथ बनाया
पथ के ऊपर एक बिंदु लगाया
बिंदु में उलझे, सिंधु भुलाया
हर जनम में दादा तेरा साथ चाहिए
सर पे मेरे नाथ, तरा हाथ चाहिए २
सिलसिला ये टूटना नहीं चाहिए
मुझको तो बस इतनी सी सौगात चाहिए।
दादा तुमसे मिलने का, सत्संग ही बहाना है-२
दुनियाँ वाले क्या जाने, मेरा रिश्ता पुराना हैं २
कलियों में ढूंढा तुम्हें, फूलों में पाया है होऽऽऽ-२
तुलसी के पत्तों में, मेरे दादा का ठिकाना है-२
तेरा दर तो हकीकत में
दुखियों का सहारा है,
दरबार तेरा बाबा
जन्नत का नजारा है