चारो तरफ बस दुख पीड़ा है, कोई हरे न पीर...(2)
सिसक रहा कोई,तड़प रहा है,बहता जाए नीर
आने वाले कल की देखके धुंधली ये तस्वीर
वर्तमान ये पूछे तुमसे, हो कहा महावीर
Library > महावीर स्वामी स्तवन
01 July, 2021
18 February, 2021
जो युद्ध हरे मैदानों में,
वो इंसान वीर कहा जाए..
जो युद्ध हरे अपने मन में,
वो महावीर सा बन जाए.....