पने जैन धरम की सबसे अनमोल ये घड़ी,
जन्म कल्याणक हैं आया, छाई खुशियां बड़ी..
त्रिशलानंदन राजदुलारा झुले फूलों की लड़ी,
आओ मिलकर हम मनाएं आज मंगल ये घड़ी..
पने जैन धरम की सबसे अनमोल ये घड़ी,
जन्म कल्याणक हैं आया, छाई खुशियां बड़ी..
त्रिशलानंदन राजदुलारा झुले फूलों की लड़ी,
आओ मिलकर हम मनाएं आज मंगल ये घड़ी..
गावो गीत वधावो गुरू ने
मोतीडे चोक पुरावो…
चार-चार आंगण चतुर शु आव्या (२)
गावो गीत रसाली रे…
आज मारे दीवाली… अजवाळी
सिद्धारथनां राजकुंवरनुं अमे लीधुं आलंबन…
जय जय त्रिशलानंदन…
जग ना नाथ बन्या ते पहेला
मारा स्वामी नाथ थया
मुझ ने एकलवाई छोडी
तमे मोक्ष मा केम गया…
प्रभु श्री वीर छे,
महाबल धीर छे
करम ने जीतता ये,
खरा महावीर छे
प्रभु श्री वीर छे…
आवो रे आवो महावीर नाम लइये,
(२ वार)
वीर नाम लइ भव पार तरी जाइये,
(२ वार)
आवो रे आवो…
वीर प्रभुजी पधारो राज, वीर प्रभुजी पधारो,
विनंती मुज अवधरो राज, वीर प्रभु – ए आंकणी…
मारा वीरनुं शासन गाजे,
महावीरनुं शासन गाजे
मारा वीरनुं शासन गाजे,