Library > महावीर स्वामी स्तवन
त्रिशला नंदन जय

त्रिशला नंदन जय जय भंजन 
दरश देना 2 
तेरे द्वार खड़ी प्रभु विनंती सुन लेना 
दर दर भटके जन्म जन्म से महावीरा 

महावीर स्वामी - अन्तरयामी

सदियों से तेरा जिनवर दुनिया में नाम था सब की जुबान था। 
महावीर स्वामी-अन्तयामी  
अनुपम त्रिशला मां का सबको पैंगाम  ॥ जग को सन्देश था। 
महावीर स्वामी-अन्तरयामी ॥

मंगलाचरण

वंदन हो, वंदन हो,
मंगलमय महावीर! वंदन हो…
त्रिशला नंदन, भवभय भंजन, पाप निकंदन हो। वंदन हो। 
वंदन हो जग बंधन तोड्यां, भवोभव केरा फंदन फोड्यां

महावीर तेरा मुझको

महावीर तेरा मुझको २ दीदार हो जाये,
उजड़ा चमन फिर से गुलजार हो जाये,
महावीर तेरा मुझको.....
कैसे चलेगी वीरा, तुफान में नैया

महावीर स्तुति: जय बोलो महावीर स्वामी की

जय बोलो महावीर स्वामी की। 
घट-घट के अंर्तयामी की। 
जय बोलो महावीर स्वामी की ॥ 
इस जगत का उद्धार किया

श्री घंटाकर्ण महावीर स्तोत्र

ॐ घंटाकर्णो महावीरः सर्वव्याधि-विनाशकः।
विस्फोटक भयं प्राप्ते, रक्ष-रक्ष महाबलः ॥1॥
यत्र त्वं तिष्ठसे देव! लिखितोऽक्षर-पंक्तिभिः।
रोगास्तत्र प्रणश्यन्ति, वात पित्त कफोद्भवाः ॥2॥

त्रिशला नंदन लो वंदन

Trishla Nandan Lo Vandan

 

 

दुनिया से प्यारा महावीर हमारा

Duniya Se Pyaara Mahaveer Hamara

त्रिशला ज़ुलाये पुत्र पारणे
माता त्रिशला जुलावे पुत्र पारणे....,
गावे हालो हालो हालरवाना गीत,
सोना-रुपाने वळी रतने जडियु पारणु...
रेशम दोरी घुघरी वागे छुम छुम रित...
हालो मारा नंदने रे
माता त्रिशला जुलावे पुत्र परणे
गावे हेलो हेलो हलरदा ना गीत
सोना रूपा ने वली रत्ने जादू परनु
रेशम डोरी घुंघरी वागे चम छम रीत