have samu juo prabhu parmatma, have, samu
थशे साचूं, हवे श्यामनु,
हर्ष पायो, आत्मा रे ...
सहू थी पल, थवा चाहूं,
मन चाहे छे, मुक्ति नी धारा रे ...
हायूं विरति ना, रंगे रमे छे,
आप विना नु, जीवन गमे छे,
मड़े क्यारे रजोहरण आ हाथो रे,
आत्मा श्रेय नो उत्सव नो थशे रे, समय ...
हवे सामु जुओ ... प्रभु परमात्मा ...
के हूं संयम धारी, तिहारा शरणे रहूं सदा
मने लागी लगन ... गुरुवर म्हारा ...
के हूं श्रमणी थई, तिहारा चरणे रहूं सदा
श्वासो मां रम2 दिन रैयां गमे,
बस तारी लगन मन भावे
अंतर तो कहे जग छोड़ी हवे,
पग उपाडूं हूं प्रभु, तुझ रहे
संसार छे असार ए वचन छे, आपणा
मुझ हाथ झयिनें उगाड़ो मारो हाथ में
हवे सामु जुओ ... प्रभु परमात्मा ...
के हूं संयम धारी, तिहारा शरणे रहूं सदा
मने लागी लगन ... गुरुवर म्हारा ...
के हूं श्रमणी थई, तिहारा चरणे रहूं सदा
गृहलोक सुखं, परलोक हितं,
श्रवणत्व मिदं, ब्रह्मण्य धर्मं,
शरम मोक्ष धर्मं, वर केति करम,
श्रवणत्व मिदं, ब्रह्मण्य धर्मं
गृहलोक सुखं, परलोक हितं,
श्रवणत्व मिदं, ब्रह्मण्य धर्मं,
शरम मोक्ष धर्मं, वर केति करम,
श्रवणत्व मिदं, ब्रह्मण्य धर्मं
श्रवणत्व मिदं, ब्रह्मण्य धर्मं
श्रवणत्व मिदं, ब्रह्मण्य धर्मं
Source - Have Samu Juo Prabhu Parmatma | Mumuxu Shreyaben | Manan Sanghvi