बुधवार, 7 मई 2025
तारो ने मारो संबंध न्यारो, मने याद आवशे तारो सथवारो... |
तारा रूप उपर हु, ओ वारी जाऊ, तारा गुणो थी,
अंजाई जाऊ बस टगर मगर थई, हु जोवु तुझने,
जाणे आखी दुनिया, मळी गयी मुझने ||
डुबतो हतो ने, मल्यो किनारो, मने याद आवशे, तारो
सथवारो... |
तारा मिलन नी, जे क्षणों हती आ, मुझ जन्मारा नी,
शुभ पळो हती आ ए क्षणो हृदय मा, कंडारी लीधी मैं,
आतम नी शेरी, शणगारी लीधी मैं वसमो घणो छे,
आ वियोग तारो, मने याद आवशे, तारो सथवारो... ||
Source - Taro Sathvaro