अंतर उमंगे, सद्गुरु संगे,
रमवा निज स्वभावे
मोह हणाशे, मद तो जाशे,
वीर वचन प्रभावे
Library > दीक्षा संयम स्तवन
28 June, 2025
28 June, 2025
हे शणगारी संयमनी में साज सवारी रे
शणगारी संयमनी में साज सवारी रे,
अलगारी बनवानी में करी तैयारी रे,
मुक्तिना मारगने जोवा मनथी विचारी रे
30 October, 2023
ओघो छे अणमूलो एनुं खुब जतन करजो,
मोंघी छे मुहपत्ति एवुं रोज रटण करजो ||
ओघो छे अणमूलो…
आ वेश आप्यो तमने अमे एवी श्रध्धाथी,
30 October, 2023
क्यारे बनीश हुं साचो रे संत,
क्यारे थशे मारा भावनो रे अंत
क्यारे बनीश हुं…
लाख चोराशी ना चोरे ने चोटे,
30 October, 2023
मुमुक्षु बनवुं मारे, प्रभु पंथे चालवा
हो जी रे.. मुमुक्षु बनवुं मारे, प्रभु पंथे चालवा
हो.. प्रभु पंथे चालवा, गुरु आणा माणवा
मुमुक्षु बनवुं…
30 October, 2023
जिनशासनमां जन्म धरी,
सार्थक कीधो अवतार,
हो जो जय जयकार
दिव्यात्मा तव हो जो जय जयकार
28 October, 2023
वंदन तारा चरणमां तुं,
रागी मटी त्यागी पंथे जाय..
श्रमण बनी… नवकार मंत्रमां समाय…
सघळा संसारने भीतरथी विसरी..
28 October, 2023
चिठ्ठी खोलोने खोलोने चिठ्ठी खोलोने
करजो मंगल काम, देजो पावन नाम
सूरिजी ! मुखथी बोलोने… चिठ्ठी खोलोने…
चिठ्ठी मां शुभ नाम लख्युं छे,
28 October, 2023
एक कोर उभी माता, पालव पसरावीने,
लोच करजो, गुरूराया, धीरे धीरे, संभाळीने
एक कोर…
मारो बाळ सुकोमळ छे, एना केश मनोहर छे,
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