गुरू मांना पगलां पड्या ने आनदं छायो
उत्तसव अनेरो आजे आंगण रे आव्यो
पगलां पड्या ने आनदं छायो…
अणधार्या आवीने अमने मळ्या छे
Library > गुरु गुणानुवाद
उपकार कर्या मुज पर, एना गुण हुं विसारुं छुं
केवो बदलो में वार्यो, हुं एज विचारुं छुं…
उपकार कर्या मुज पर…
परमात्मा उपकारी, मने मंजील दर्शावी
केवुं धन्य जीवन जीवे छे मुनिराय,
निरखुंने आंखोमां, अमृत छलकाय…
दुः ख दे ना कोईने, सहन करे छतांय,
मुखडा पर समताने, शांति सदाय… निरखुं ने…
मिल के गाना, दिल से गाना, गुरुवर के गुण गाना।
भक्ति धुन में, झूम-झूम के, भजनों में खो जाना।।
छोटा सा नाम है, लगता न दाम है।
कुशल-कुशल बस, जपना सुबह शाम है। ओऽऽऽऽ
गुरुदेवा हो...
गुरुदेवा-गुरुदेवा... आये हैं आये तेरे द्वार पे
गुरुदेवा- गुरुदेवा... तेरे सहारे मेरी नाव रे
गुरुदेवा हो गुरुदेवा हो-गुरुदेवा
गुरुवर तेरे चरणों की, जो धूल ही मिल जाए।
सच कहता हूँ मेरी, तकदीर संवर जाए ||
सुनते हैं दया तेरी, दिन रात बरसती है।
एक बूँद जो मिल जाए, कली दिल की खिल जाए।
दर्शन दे देना,
आंखे बन्द करू या खोलू
पारस दर्शन दे देना ॥
मैं नाचित हूं बन्दा तेरा,
श्री पार्श्व नाथ भगवान
अरज सुनले ना मोरी
हो अरज सुन लेना मोरी,
मेरे पूरे करो अरमान
तेरे दरश को जी ललचायें देखूं तो झुमे गाये
हमें गुरु मील गये है 2
दिल्ली के राजा तेरी अर्थी उठी ना मानक चौक से
शाही फरमान से भी हिल ना सकी हाथी के जोर से
कैसे-कैसे अवसर में गुरु
राग- सहाना ताल 3
कैसे- कैसे अवसर में गुरु, राखी लाज हमारी।
मो को सबल भरोसो तेरो, चंद्र सूरि पट धारी ।