गुरुआणनी करवी हवे आराधना
सिद्धिगमननी आ छे शुभ साधना
पलपल रमुं वैराग्यमां, मनोकामना
सिद्धिगमननी आ छे शुभ साधना
Library > गुरु गुणानुवाद
28 June, 2025
27 June, 2025
कुम कुम पगले आप पधारो
दोनों हाथों से आशीष लूट लो
आनंद से झूमें ये मन
जीवन हुआ है धन्य धन
26 June, 2025
बाबा तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाये,
चरणों की रज पाकर, तकदीर सँवर जाये।
बाबा तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाये।
मेरा मन बड़ा चंचल है, कैसे इसे समझाऊँ,
16 June, 2025
कुशल गुरु क्यों न देते हो, कहो दर्शन मुझे अपना।
अगर जो दूर रहना था, बनाया दास क्यों अपना ।।टेर।।
तुम्हारा मैं हुआ जब से, सदा तब से तड़फता हूँ।
न तड़फाना तुम्हें लाजिम, दरश दो देव बस अपना ।।१।।
21 March, 2025
श्री गुरुदेव दयाल को, मन में ध्यान लगाए,
अष्टसिद्धि नवनिधि मिले, मनवांछित फल पाए ||
श्री गुरु चरण शरण में आयो, देख दरश मन अति सुख पायो,
दत्त नाम दुःख भंजन हारा, बिजली पात्र तले धरनारा ||
29 December, 2023
गुरुदेव मैं तुमको खत लिखता,
पर तेरा पता मालूम नहीं।
दुख भी लिखता सुख भी लिखता,
पर तेरा पता मालूम नहीं
29 December, 2023
गुरु तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाये,
सच कहती हूँ मेरी, तकदीर संवर जाये।
गुरु तेरे चरणों की ॥
सुनते हैं दया तेरी, दिन रात बरसती है
27 November, 2023
शीदने आवडी कीधी उतावळ, बोलो ने गुरु मा..
नेण ढळे छे आंसुने भारे, पाछा वळो गुरु मा..
तमे लीधी विदाय व्हेली
याद नथी भूलवी सहेली…
27 November, 2023
सद् गुरू सत्य जणावे छे
सद् गुरू धर्म भणावे छे
मने स्थिर बनावे छे मारा गुरू …
सद् गुरू संगे सूख मळे


