जय जय श्री पारसनाथ
परसनाथ पारसनाथ
जय जय श्री पारसनाथ (२)
तेरे ही हवाले,
Library > पार्श्व भक्ति
अंतरना अंतरिक्षमां मने मळजे,
भीतरना दरियामां थी मने मळजे,
आंखोमां पूर छे, हैयुं मजबूर छे,
भक्तिनो ए ज सूर छे ... (2)
मेरे मन में पारसनाथ, तेरे मन में पारसनाथ,
रोम रोम में समाया पारसनाथ रोम रोम में समाया
पारसनाथ रे, मेरी साँसों में समाया पारसनाथ रे,
मेरे मन मे पारसनाथ ।।
हे शंखेश्वर स्वामी, प्रभु जग अंतरयामि।
तमने वंदन करीये, शिवसुखना स्वामी ॥हे शंखेश्वर ... ।
मारो निश्चय एक छे स्वामी, बनू तमारो दास-2।
तारा नामे चाले-2, मारो श्वासोश्वास ॥हे शंखेश्वर ... II1॥
केवा प्यारा लागे मारा पार्श्वनाथ दादा
लागे जाणे राजा जेवा पार्श्वनाथ दादा
हो दादा मारा दादा हो दादा मारा दादा
हो जाणे राजा जेवा हो मारा दादा (२ बार)
पार्श्व मीठा छे, प्रभु पार्श्व मीठा छे ...
वामादेवी ना कुखे जन्म्या नाना राजकुमार
अश्वसेनराया ना हैये आनंद नो नही पार
काशीदेशे वाराणसी मां लोक गाये गीत-गान
मारी आंखोमां शंखेश्वर आवजो रे हूं तो पांपणना पुष्प
वधातुं मारा हैयाना हार बनी आवजो ...
तमे वामादेवीना जाया, त्रण लोकमां आप छवाया मारा
मनना मंदिरमां पधारजो ...
शंखेश्वर का नाथ है हमारा तुम्हारा
पार्श्व प्रभु के दर्शन पावे जीवन हो सुखकारी
शंखेश्वर का नाथ ...
कैसी सुन्दर काया भक्तो के मन भाये
दर्शन दे देना,
आंखे बन्द करू या खोलू
पारस दर्शन दे देना ॥
मैं नाचित हूं बन्दा तेरा,
जय पार्श्व हरे
जय पार्श्व हरे, जय पार्श्व हरे दुखियों दुख के दूर करे
जय जय जय पार्श्व हरे।
जब चारों तरफ अंधियारा हो, आशा का दूर किनारा हो