कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं, बाद अमृत पिलाने से क्या फायदा।
कभी गिरते हुए को उठाया नहीं, बाद आंसु बहाने से क्या फायदा॥
मैं मंदिर गया, पूजा आरती की,
पूजा करते हुए, ये ख्याल आ गया
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सुबह और शाम की प्रभु जी के नाम की।
फेरो एक माला, हो हो फेरो एक माला ॥
सकल सार नवकार मंत्र यह परमेष्ठि की माला,
नरकादि दुर्गति का सचमुच जड़ देती है ताला
सुख शांति की पुरवईया चले।
घर-घर में मंगल दीप जले॥
शुभ भावनायें ये फूले फले।
घर-घर में मंगल दीप जले॥
उड़जा, उड़जा, उड़जा रे हँसा,
खबर तो ला म्हारा महावीर की,
नील गगन का वासी रे हँसा
खबर तो ला म्हारा महावीर की
वीर प्रभु माना, अति बलवाना,
वीर वीर रटियो रे, वीर मन बसियो रे
वीर प्रभु माना....
जो कोई गावे, अर्जी लगावे
महावीर तेरा मुझको २ दीदार हो जाये,
उजड़ा चमन फिर से गुलजार हो जाये,
महावीर तेरा मुझको.....
कैसे चलेगी वीरा, तुफान में नैया
जय बोलो महावीर स्वामी की।
घट-घट के अंर्तयामी की।
जय बोलो महावीर स्वामी की ॥
इस जगत का उद्धार किया
झीनी-झीनी उड़े रे गुलाल, प्रभुजी के मंदिर में,
झीनी-झीनी उड़े रे गुलाल…
म्हे तो प्रभुजी को हवन कराऊं, २
झारी भर लाऊं मैं तो आज…
आओ सब मिल प्रभु चरणों में, श्रद्धा सुमन चढ़ायें।
अपने मन मंदिर में भगवन तुमको आज बिठायें।
श्रद्धा सुमन चढ़ाएं…
युग-युग बीते भव-भव भटके, राह सही न पाये
पार्श्व जिणंदा वामाजी केनंदा, तुम पर वारी जाऊंबोल बोल रे,
हां रे दरवाजे तेरे खोल खोल रे, पार्श्व जिणंदा...
दूर दूर देश से, लंबी सफर से
हम दर्शन आए तोल तोल रे