नमस्कार महामंत्र सब मिल आओ मंत्र गुण गाओ

तर्ज : हे राम हे राम.....

 

सब मिल आओ मंत्र गुण गाओ

चौदह पूरव का है सार, नवकार - नवकार... ॥

णमो अरिहंताणं बोलो, णमो सिद्धाणं,

सबको वंदन हजार, नवकार नवकार... ॥१॥

 

णमो आयरियाणं बोलो, णमो उवज्झायाणं,

देते है सुःख अपार, नवकार नवकार... ॥२॥

 

णमो लोए सव्व साहूणं बोलो, ऐसो पंचणमुक्कारो,

करते है भव से पार, नवकार- नवकार... ॥३॥

सव्व पाव पणासणों, मंगलाणंच सव्वे सिं,

सब मंगल का है सार, नवकार नवकार... ॥४॥

 

पढ़म हवई मंगलम बोलो २ जिन शासन श्रृंगार

नवकार - नवकार, सब मिल आओ मंत्र गुण गाओ... ॥५॥