Tuesday, 21 December, 2021
Mata Marudevi Na Nand
Mata Marudevi Na Nand
माता मरुदेवी ना नंद, माता मरुदेवी ना नंद,
देखी ताहरी मूरति मारु, मन लोभाणुजी,
के मारुं दिल लोभाणुजी
करुणानागर करुणासागर काया कंचन वान (2)
धोरी-लंछन पाउले कोई, धनुष पांचसें मान ||1||
त्रिगडे बेसी धर्म कहंता, सुणे पर्षदा बार (2)
योजन गामिनी वाणी मीठी, वरसंती जळधार ||2||
उर्वशी रूडी अप्सरा ने, रामा छे मनरंग (2)
पाये नेपूर रणझणे काई, करती नाटारंभ ||3||
तुंही ब्रह्मा, तुंही विधाता, तू जग-तारणहार (2)
तुज सरीखो नहि देव जगतां, अडवडिया आधार ||4||
तुंही भ्राता, तुंही त्राता, तुंही जगतनो देव (2)
सुर-नर-किन्नर-वासुदेवा, करता तुज पद सेव ||5||
श्री सिद्धाचल तीरथ केरो, राजा ऋषभ जिणंद (2)
कीर्ति करे माणेकमुनि ताहरी, टाळो भव भय फंद ||6||
Source - Mata Marudevina Nand