मीठी पालडी गामनां मीठां आदिनाथ,
राजाओना राजा शोभे ऋषभजीनो ठाठ...
मीठी पालडी गामनां मीठां आदिनाथ.
मीठी पालडी गामनां मीठां आदिनाथ,
राजाओना राजा शोभे ऋषभजीनो ठाठ...
मीठी पालडी गामनां मीठां आदिनाथ.
तो खरा सुखी श्रीमंत
ज्या मुखी णमो अरिहंत ।। धृ. ।।
जो मंत्र नित्य हा गातो
तो आनंदातच न्हातो
जप करे णमोकाराचा
पाचाही परमेष्ठींचा
तो श्रावक जैन जिवंत | | 1. | |
दादा ना देरासर पर उडे रे ध्वजा ...(२)
उडे रे ध्वजा ...उडे रे ध्वजा , एने जोवानी मजा..
फरके छे ध्वजा , एने जोवानी मजा..
दादा ना...दादा ना देरासर पर उडे रे ध्वजा ...
तुम से लागी लगन,
ले लो अपनी शरण, पारस प्यारा,
मेटो मेटो जी संकट हमारा ||
रहें हम महावीर के ही बनकर
ना श्वेतांबर, ना दिगंबर
हम जैन हैं, कहो हम जैन हैं
र जनम में दादा तेरा साथ चाहिए
सर पे मेरे नाथ, तरा हाथ चाहिए २
सिलसिला ये टूटना नहीं चाहिए
मुझको तो बस इतनी सी सौगात चाहिए।
दादा तुमसे मिलने का, सत्संग ही बहाना है-२
दुनियाँ वाले क्या जाने, मेरा रिश्ता पुराना हैं २
रोज तेरी तस्वीर सिरहाने रखकर सोते हैं।
यही सोचकर अपने दोनों नैन भिगोते हैं।
गुरूराज तुम्हारे चरणों में, जीवन को थोड़ा प्यार मिले।
मैं भूल सकूं दुनिया सारी, तेरा प्यार मुझे किरतार मिले।