Library > प्रभु भक्ति
लघु शान्ति स्तोत्र

शान्तिं शान्ति-निशान्तं, शान्तं शान्ता-शिवं नमस्कृत्य.
स्तोतुः शान्ति-निमित्तं, मन्त्र-पदैः शान्तये स्तौमि........ .1. 
ओमिति निश्चित-वचसे, नमो नमो भगवतेर्हते पूजाम्.
शान्ति-जिनाय जयवते, यशस्विने स्वामिने दमिनाम्....... .2

गुजे संयम नो जयकारा

गुजे संयम नो जयकारा
गुजे संयम नो जयकारा (x2)
शौर्य कथा तारी गवाशे, 
सत्वशाली तु तो कहवाशे, 

बधाई

मारा नाथनी बधाई बाजे छे, भारा प्रभुनी बधाई बाजे छे,
शहनाई सुर नौबत बाजे, और घनन घन गाजे छे,
इन्द्र इन्द्राणी मिल मंगल गावे,
मोतीयो का चोक पुरावे छे,

गुलाबी आंगी तारी

प्रभु मने आवे तारी घणी याद ...
प्रभु तुं सुणजे मारी फरियाद ... 
ओ प्रभु मारा, तारणहारा ...... 
लागे मने प्राणो थी प्यारा ...

विरतीराग

जे मार्गे अनंता तिर्थंकरो पण, चाल्या छे छोडी राजवाट ...
झंखे सदा ए देवोनी दुनीया,सजवा जे मुक्तिनो साज ...
ए ऋषभ नो छे मारग .... मारा नेम नो मारग ...
थावुं छे राजुल मारे आज ....

हूं छु तमारो, तमे छो अमारा

धर्मना दायक तमे धुरंधर, तमे परम तारक शुभंकर तमे
कृपाना सरस सागर, तमने आपुं अनंत आदर ... साहेब ...
तमे तो मुजने बधुं ज आप्युं, मे तो तमो ने कांई न आप्युं 
तमे छो मारा जीवन दाता, तमे ज पिता 

सामु जुओ ने

सामु जुओ ने मारी सामु जुओ ने, 
एक वार नेम मारी सामु जुओने करुणा दृष्टि थी 
मारे सामु जुओने,अमिदृष्टि थी मारी सामु जुओने...
सामु जुओ ....निगोद ना दिवसों मने यादज आवता, 

समताथी दर्द सहु

समताथी दर्द सहु प्रभु एवं बळ देजो 
मारी विनंती मानीने मने आटलुं बळ देजो ...
कोई भवमां बांधेला मारा कर्मी जाग्या छे 
कायाना दर्दरूपे मने पीडवा लाग्या छे,

विरति धरनो वेष

विरति धरनो वेष प्यारो प्यारो लागे रे ...
संसारीनो संग खारो खारो लागे रे ...
भवसागर छे भारी मुजने, तरता ना फावे,
तरवानी घणी होंश मुजने, कोण हवे उगारे,

राजपथ पर जनारा

राजपथ पर जनारा, तने वंदन अमारा (२)
तने वंदन अमारा (४) राजनंदन अमारा,
तने वंदन अमारा, राजपथ ...
पंचाचार पाळे, राजपथ पर चाले ऊंडा