Library > प्रभु भक्ति
तूने खूब दिया सब भगतो को

तूने खूब दिया सब भगतो को अब आज हमारी वारी है माँ
आज हमारी वारी है मैया आज हमारी वारी है तूने खूब
दिया सब भगतो को
थोडा थोडा देने से काम न चले मुझको तो आज जी भर के मिले

जब खीडकी खोलुं तो

जब खीडकी खोलुं तो, तेरा दर्शन हो जाये (३) मेरे घर के
आगे दादा, तेरा मंदिर बन जाये मेरे घर के ... मेरे घर के ...
जब आरती हो तेरी, मुजे घंट सुनाई दे मुजे रोज सवेरे
दादा, तेरी मूरत दिखाई दे जय जय आरति आदि जिणंदा,

भक्ति की है रात

भक्ति की है रात (2), दादा आज थाने आणो है, थाने
कोल निभानो हैं ... भक्ति की है रात ...
दरबार ओ दादा, ऐसो सज्यो प्यारो दयालु आपरो .. 
सेवा में ओ दादा, सगळा खड्या आकर, 

अंत छे अनंत नही

सर्व स्वीकार नी संयम यात्रा सर्व स्वीकार नी संयम यात्रा
सादी अनंत छे वीरे कही भव भ्रमणोनी
यात्रा नो तो अंत छे अनंत नही
सर्व स्वीकार नी संयम यात्रा सादी अनंत छे वीरे कही भव

आगमन तारुं आगमन

रोमे रोमे हर्षनी वृद्धि करावे छे, साधनाथी आत्मनी शुद्धि
करावे छे, आगमन तारुं आगमन ...
अंजावे आतमने कषायो चारनां आकर्षणो, 
मेळवता जेथी आफतो ने दुःख मुज आमंत्रणो,

ओ प्यारा नाथ जी

महलों थी पण महलों थी पण वधू सूख छे नाथ तमारी पास
जी, रहवो छे हर एक भव मा नाथ तामरी साथ जी वचन
आपो नहीं छोड़ो नाथ अमारो हाथ जी
ओ प्यारा नाथ जी ओ प्यारा नाथ जी बनो मारा सारथी ओ

शुं करु दादा

शुं करु दादा तारी मने तेरी याद आवे छे -२
एवं लागे छे के जाणे तूं बुलावे छे
हूं मोहमायामां फासियो, हुं चार गतिमां रुल्यो,
मारुं माएं करवामां, हुं दुखियो थइने भामियो,

जेनी कीकी काळी छे

जेनी कीकी काळी छे, ने आंख रूपाळी छे (२)
हो. आदीश्वरनं मुख मलकतुं, रूपनी प्याली छे मंदिरोनी
नगरीमां, जाहोजलाली छे जेनी ...मरूदेवा माँ हरखावे ... 
हरखावे, पुंडरिक स्वामी, जेनी आंखमां आंख मिलावे, 

दीन दुःखियानो

दीन दुःखियानो तुं छे बेली
दीन दुःखियानो तु छे बेलि तु छे तारणहार,
तारा महिमानो नहीं पार,
राजपाटने वैभव छोडी, छोडी दीधो संसार

परम हर्ष पामु वैराग्य

छो मारा ... सहारा ... गुरुमाँ .... आ .. आ ..
वैराग्य स्पर्श परम, भक्ति योग परम,
निजानंद संयम मयि परम हर्ष पामे परम ...
दुःख जाशे, सुख थाशे, प्रभु आज्ञा