आंखडी मारी प्रभु हरखाय छे
ज्यां तमारा मुखना दर्शन थाय छे
ज्यां तमारा मुखना दर्शन थाय छे
आंखडी मारी प्रभु…
Library > प्रभु भक्ति
दादा तारी यात्रा करवा,
मारु मन ललचाय, मारु मन ललचाय
तु मने आदिनाथ एक वरदान आपीदे
जेनी किंकी काली छे, ने आंख रुपाली छे
तारो ने मारो संबंध न्यारो, मने याद आवशे तारो सथवारो...
तारा रूप उपर हु, ओ वारी जाऊ, तारा गुणो थी, अंजाई
जाऊ बस टगर मगर थई, हु जोवु तुझने जाणे आखी
दुनिया, मळी गयी मुझने...
पाताले यानि बिंबानि, यानि बिंबानि भूतले |
स्वर्गेडपि यानि बिंबानि, तानि वंदे निरन्तरम् ।।
भावपूर्ण अंतर से प्रभुजी, करुं वंदना तुम चरणे |
त्रिविध ताप से दग्ध होकर, आया हूँ मैं तुम शरणे ||
जब कोई नहीं आता मेरे दादा आते है...
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है...
जब कोई नहीं आता मेरे दादा आते है...
मेरी नैयाँ चलती है,बतवर नहीं चलती...
तारा मस्त गुलाबी गाल, तारी आँखो छे अनियादि ....
रुदियाना राजा मारा!, तू कृष्ण हूँ राधा तारी ...
तारा मस्त गुलाबी गाल, तारी आँखो छे अनियादि ....
दिल माँ जागे स्पंदन, भीना भीना नयन....
तुं खूब मने गमे छे,
मारा व्हाला प्रभु |
मारा दिलमां तुं रमे,
छे, कामणगारा प्रभु |
अमृत बरसता है, दादा की आँखों से,
दिखेगा भाव से, होजा समर्पित तू,
दादा के भजनो में, चलेगा साथ ये, हो....
पूरा रख विश्वास, पूरा रख विश्वास,
ये मेरी अर्ज़ी है...
मैं वो हो जाऊ,
जो तेरी मेरज़ी है...
अब और ना मन भटके...