करता हूँ वन्दना मोक्षगामी
रह न जाये कोई मेरी साध स्वामी प्रभु पार्श्व स्वामी
करता हूँ वन्दना
में तो आया हूँ आस लगाके अब जाऊँगा दर्शन पाके
Library > प्रभु भक्ति
मैं नहीं सुख में कभी तुम्हें याद करता हूं
बस बड़ा भारी यहीं अपराध करता हूँ
मैं नही
हूँ सदा करता रहा दुर्ध्यान हर घड़ी
थारों जनन मरण मिट जासी
थाने श्रसु पार लागासी
जीवड़ी आतम पद पा जास
जपलो पारस ने हो ..
है पार्श्व तुम्हारे द्वारे पर एक दर्श भिकारी आया है।
प्रभु दरशन भिक्षा पाने को दो नयन कटोरे लाया है |
नहीं दुनियाँ में कोई मेरा है आफत ने मुझको घेरा है।
एक सहारा तेरा है, जग ने मुझ को ठुकराया |
द्वारकारा नाथ नेमी थाने काई लिख भेजू
कागदियो, हॉरो बोलो 2 कामदियो तो फिर से बोलो 2
कागदियों तो नैनो नैनो, लागे हो भवरसा 2.
लागे हो पीयुजी म्हारा, व्हाला नेमजी
सुन सुनरे, सुन सुनरे 2 म्हारा भरत लाडला
कद म्हारो रिष भो घर आसी -कद म्हारो ...
सुन सुनरे...
मां मरुदेवी थांरो रिषभ लाडलो
तेरी जाती है जवानी - ये अनमोल जिन्दगानी
सर पे काल तेरे झूमे- फिर भी करे क्यों नादानी
तेरी जाती है.....
दुनिया की है झूठी रिवाजे झूठे रिस्ते नाते
ऐक तेरा साथ हमको दो जहाँ से प्यार है।
कर दे नैय्या पार तेरा नाम तारण हारा है।
तु है तो एक सहारा है
पार लगा दे नाथ, पार लगा दे माथ मेरी नैय्या मझधारा हैं।
भांदकजी रा मेला उपर, सारा बेला आइजो हो
आनों तो भक्तोरी टोली सावे लाईजा हो।
पार्श्वनाथरी मुरत, मनि प्यारी लागे हो
सेवा पुजा भक्ती करता, आनन्द भवि हो।
तेरे शरणे आया हूँ, कुछ ले के जाऊँगा,
घागर भर के जाऊँगा, नैय्या पार लगाऊँगा ।।टेर।।
तू सबकी जाने हैं, अंतर पहचाने हैं,
कर्मा, तुफानों की, माया को जाने हैं।