Library > प्रभु भक्ति
दिवाने है

दिवाने है दिवाने को नजर चाहिए 
पार्श्वनाथ बाबा तेरी नजर चाहिए 2 
दिबाने हैं। 
चंदनबाला ने माला जपी नाम की 3 

ये प्यासा है ...

दिल दिवाना प्रभु भक्ति बिन मानेना 
ये प्यासा है बिन दर्शन मानेना !
दिल ये चाहे प्रभु भक्ति में लीन आज हो जाऊ 
सत्य अहिंसा के नियमों पर में चलता ही जाऊ 

मुख से प्रभु नाम को लेता जा

मुख से प्रभु नाम को लेता जा 
जा तुझको स्वर्ग का द्वार मिले 
कंटकमय पथ से बच जाये 
मुक्ती का टिकट तैय्यार मिले ॥धृ॥ 

ऐऊ मांगु छू

भक्ती करता छुटे म्हारा प्राण प्रभुजी ऐऊ मांगू छू 
रहे जन्म जन्म थारो साथ प्रभुजी ऐऊ मांगू छू !! 
यारो मुखड़ो मनोहर ज्योया करू 
रात दिवस रटन बारो करीया करू 

जीवन में हो ऐसी घडी

जीवन में हो ऐसी घड़ी
मन में बस जाये मुरत तेरी 2
ये जीवन है दर्शन का प्यासा
प्यास बुझती हैं कब तक मेरी 2

गुरु वंदना

गुरुदेव ! तुम्हे नमस्कार बार बार हैं
श्रीचरण शरण से हुआ, जीवन सुधार है ।।गुरुदेव।। 
अज्ञान - तम हटाके ज्ञान ज्योति जगा दी
दृढ आत्मज्ञान में अखण्ड दृष्टी लगा दी

श्री घंटाकर्ण महावीर स्तोत्र

ॐ घंटाकर्णो महावीरः सर्वव्याधि-विनाशकः।
विस्फोटक भयं प्राप्ते, रक्ष-रक्ष महाबलः ॥1॥
यत्र त्वं तिष्ठसे देव! लिखितोऽक्षर-पंक्तिभिः।
रोगास्तत्र प्रणश्यन्ति, वात पित्त कफोद्भवाः ॥2॥

मेरी भावना

जिसने राग द्वेष कामादिक जीते सब जग जान लिया
सब जीवोको मोक्षमार्ग का निस्पृह हो उपदेश दिया
बुध्ध, वीर, जिन, हरि, हर, ब्रम्हा, या उसको स्वाधीन कहो
भक्ति-भाव से प्रेरित हो यह चित्त उसी में लीन रहो ||1||