पुस्तकों के नाम <\/strong><\/span><\/p>\r\n
\r\n- क्षमदान
<\/span><\/li>\r\n- बुद्धिनाथ अभयकुमार <\/span><\/li>\r\n
- भगवान महावीर की बोध कथाएं
<\/span><\/li>\r\n- भगवान नेमिनाथ <\/span>
<\/span><\/li>\r\n- णमोकार मंत्र के चमत्कार
<\/span><\/li>\r\n- धन्ना<\/span><\/li>\r\n
- भगवान ऋषभदेव
<\/span><\/li>\r\n- चंदनबाला
<\/span><\/li>\r\n- महा सती मदनरेखा
<\/span><\/li>\r\n- मेघ कुमार
<\/span><\/li>\r\n- प्राइन श्रेनिक
<\/span><\/li>\r\n- भगवान मल्लीनाथ
<\/span><\/li>\r\n- जम्बू कुमार
<\/span><\/li>\r\n- अंजना सुंदरी
<\/span><\/li>\r\n- भाग्य का खेल
<\/span><\/li>\r\n- पिंजरे का पंछी <\/span><\/li>\r\n
- नंद मणिकार
<\/span><\/li>\r\n- अजातशत्रु कुनिकी
<\/span><\/li>\r\n- रूप का गर्व <\/span><\/li>\r\n
- तृष्णा का जाल <\/span><\/li>\r\n
- सम्राट विक्रमादित्य <\/span><\/li>\r\n
- अमृत पुरुष - गौतम <\/span><\/li>\r\n
- आर्य स्थूलभद्र
<\/span><\/li>\r\n- सम्राट सम्प्रति (Vol-3)
<\/span><\/li>\r\n- दादागुरु श्री जिनकुशल सूरी
<\/span><\/li>\r\n- ऋषिदत्ता
<\/span><\/li>\r\n- शालिभद्र:
<\/span><\/li>\r\n- हरिकेश बल
<\/span><\/li>\r\n- नंदीशेन
<\/span><\/li>\r\n- भगवान पार्श्वनाथ (Vol-2)
<\/span><\/li>\r\n- बंकचुल
<\/span><\/li>\r\n- महाबल मलाया सुंदरी
<\/span><\/li>\r\n- अतिमुक्त कुमार और अर्जुन मालाकार
<\/span><\/li>\r\n- बोली तो ऐसे बोली<\/li>\r\n
- आर्द्रकुमार<\/li>\r\n
- महामंत्री पेथड़शाह <\/span><\/li>\r\n
- हेमचंद्राचार्य <\/li>\r\n
- राजा प्रदेशी केशकुमार श्रमण <\/li>\r\n<\/ol>'}))